रॉबर्ट गैने द्वारा दिये गये अधिगम के प्रकार (Types of Learning by Robert Gagne)

Types of Learning,Robert Gagne,adhigam ke prkar,gagne's hierarchy,adhigam ke sopan,Robert Gagne,takinginfo, taking info, gane keadhigam ke prkar,गैने

रॉबर्ट गैने द्वारा दिये गये अधिगम के प्रकार (Types of Learning by Robert Gagne)




प्रवर्तक:- रॉबर्ट गैने

  • रॉबर्ट गैने के सिद्धांत को अधिगम के सोपान (Gagne's hierarchy of learning) भी कहा जाता है।
  • यह सिद्धांत व्यवहारवाद (Behaviorism) और गेस्टाल्टवाद/संज्ञानवाद (Gestalt's) का सम्मलित रूप है
  • यह सिद्धांत अधिगम में विभिन्न सिद्धान्तों पर आधारित हैं, जिसमें पावलव, स्किनर, थार्नडाइक, गुथरी, कोहलर, कोफ्का व वर्दीमर आदि मनोवैज्ञानिकों के सिद्धान्तों का सारांश हैं।



गैने ने अधिगम के 8 प्रकार बताये-

  1. संकेत अधिगम (Signal Learning)
  2. उद्दीपक अनुक्रिया अधिगम (S-R) 
  3. शृंखला अधिगम (Chaining)
  4. शाब्दिक अधिगम (Verbal association)
  5. बहु विभेदन अधिगम (Discrimination learning)
  6. संप्रत्त्य अधिगम (Concept learning)
  7. सिद्धांत अधिगम (Rule learning)
  8. समस्या समाधान अधिगम (Problem solving)



प्रथम 4 प्रकार व्यवहारवादी (Behaviorism) पक्ष तथा अंतिम 4 संज्ञानवादी (Gestalt's) पक्ष को प्रदर्शित करते हैं







(1). संकेत अधिगम (Signal Learning):-

  • इस अधिगम में केवल संकेत से ही अधिगम कराया जाता है
  • पावलव के शास्त्रीय अनुबंधन पर आधारित है।


(2). उद्दीपक-अनुक्रिया अधिगम (S-R 

Learning):-

  • विभिन्न  क्रियायें जैसे उसके आचरण, भय आदि को सकारात्मक पुनर्बलन देकर हटाया जाता है।
  • थार्नडाइक के उद्दीपक-अनुक्रिया, तथा स्किनर के सिद्धांत पर आधारित है।


(3). शृंखला अधिगम (Chaining):-

गेने के अनुसार लम्बी श्रृंखलाओं को छोटी-छोटी इकाइयों में तोड़कर अधिगम को अधिक सफल व प्रभावी बनाया जा सकता हैं।


(4). शाब्दिक अधिगम (Verbal association):-

शारीरिक एवं यान्त्रिक क्रियाएं जब शाब्दिक अवयवों सम्बन्धी हो जाती हैं तो उसे शाब्अदिक अधिगम कहते हैं। 


(5). बहु विभेदन अधिगम (Discrimination learning):-

  • इस अधिगम में पूर्व ज्ञान का उपयोग होता है।
  • इसमें उच्च स्तरीय मानसिक प्रक्रिया होती है।
  • विभेद अधिगम के अन्तर्गत विभिन्न उत्तेजनाओं को पहचानकर उसमें विभेदकर किसी विशिष्ट उत्तेजना हेतु अनुक्रिया की जाती है।
  •  इसमें बालक अपने दैनिक जीवन में विभिन्न अंगो में भेद करता है  जैसे- रंग, आकार, बनावट, दूरी आदि।

(6). संप्रत्त्य अधिगम (Concept learning):-

  • विचारों के आधार पर किसी संप्रत्त्य (Concept) का जन्म हो, तब विचार ही नये अविष्कारों को जन्म देते हैं


(7). सिद्धांत अधिगम (Rule learning):-

  •  इसमें छात्रों के व्यवहार को इस प्रकार नियन्त्रित किया जाता है, कि वह सिद्धान्त को वाचिक (verbal) रूप से कह सकें तथा उसे व्यवहार में उतार सकें


(8). समस्या समाधान अधिगम (Problem solving):-

  • यह अधिगम की आठवी परिस्थिति तथा सीखने की श्रेणी में सर्वोच्च स्तर है।
  • समस्या समाधान किसी समस्या को हल करने, नई प्रक्रिया को सुलझाने व ज्ञान परिस्थितियों के आधार पर परिणामों का पूर्वानुमान लगाकर कार्य करने से सम्बन्धित है।


इन्हें भी पढ़ें:-

  1. अधिगम के सिद्धांत (Theories of Learning)
  2. थार्नडाइक का श्रुटि एवं प्रयास का सिद्धान्त  (Thorndike's Trial and Error Theory)
  3. स्किनर का क्रिया प्रसूत अनुबंधन सिद्धांत (Operant Conditioning)
  4. पॉवलाव का शास्त्रीय अनुबंधन सिद्धांत (Pavlov's theory of Classical Conditioning)
  5. C L हल का पुनर्वलन का सिद्धांत (C L Hull’s Reinforcement Theory)
  6. कोहलर का अन्तर्दृष्टि या सूझ का सिद्धांत (Insight theory of learning)
  7. कर्ट लेविन का क्षेत्रवादी अधिगम सिद्धांत (Field Theory of Kurt Lewin)
  8. सिग्मंड फ्रायड का मनोलैंगिक विकास सिद्धांत (Sigmund Freud's theory of Psychosexual Development)
  9. अल्बर्ट बंडूरा का प्रेक्षणीय सिद्धांत (Albert Bandura's Modeling Theory)
  10. अधिगम (Learning)
  11. वृद्धि एवं विकास
  12. संज्ञानात्मक विकास (Cognitive Development)
  13. बुद्धि ( Intelligence)

एक टिप्पणी भेजें

© Takinginfo. All rights reserved. Developed by Jago Desain