बुद्धि का एक-तत्त्व, द्वि-तत्व,बहु-तत्त्व तथा समूह-तत्त्व सिद्धान्त (Single Factor, Two Factor, and Multi Factor, Group Factor Theory)

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(1). बुद्धि का एक-तत्त्व सिद्धान्त (Single Factor/ Uni Factor Theory):-


प्रवर्तक:- अल्फ्रेड बिने

  • एक खंड/ एक कराकिये सिद्धांत भी कहा जाता है।
  • इसके अनुसार  बुद्धि एक इकाई है।
  • व्यक्ति की विभिन्न मानसिक योग्यताएँ एक इकाई के रूप में कार्य करती हैं।
  • इनके अनुसार बुद्धि केवल एक ही तत्त्व से बनती है।
  • सभी क्षेत्रों में एक ही बुद्धि होती है।




(2). बुद्धि का द्वि-तत्व सिद्धान्त (Two Factor Theory):-



प्रवर्तक- स्पीयरमैन (इंग्लैंड)

  • द्वि-खंड/ द्वि-कराकिये सिद्धांत भी कहा जाता है।
  • स्पीयरमैन के अनुसार बुद्धि दो तत्त्वों से मिलकर बनी है।

(a) सामान्य तत्त्व (General Factor)

(b) विशिष्ट तत्त्व हैं (Specific Factor)

  • प्रत्येक व्यक्ति में एक सामान्य तत्त्व होते हैं, जो विशिष्ट तत्त्वों से सम्बन्धित होते हैं।
  • जिस व्यक्ति का सामान्य तत्त्व, विशिष्ट तत्त्व से जितना उत्तम रूप से सम्बन्धित होता है, उस व्यक्ति में उतनी ही अधिक बुद्धि होती है।





(3). बुद्धि का बहु-तत्त्व सिद्धान्त (Multi Factor Theory):-


प्रवर्तक:- थॉर्नडाइक

  • बहु-खंड/ बहु-कराकिये सिद्धांत भी कहा जाता है।
  • थॉर्नडाइक ने बुद्धि के द्वि-तत्व सिद्धान्त का खण्डन किया।
  • थॉर्नडाइक के अनुसार बुद्धि सिर्फ दो चींजों से मिलकर नहीं बनी, बल्कि बुद्धि की रचना असंख्य तत्त्वों के मिलने से हुई है।
  • प्रत्येक तत्त्व एक-दूसरे से स्वतन्त्र होता है।
  • प्रत्येक तत्त्व एक विशिष्ट मानसिक क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है।
  • यह सिद्धांत उभयनिष्ठता को विशेष महत्व देता है।





(iv). बुद्धि का समूह-तत्त्व सिद्धान्त (Group Factor Theory):-


प्रवर्तक:- लुईस थर्स्टन


  • इस सिद्धान्त को कारक विश्लेषण सिद्धांत या बुद्धि का प्राथमिक मानसिक योग्यता सिद्धांत भी कहते हैं।
  • लुईस थर्स्टन के अनुसार सामान्य बुद्धि कोई चीज नहीं है।
  • लुईस थर्स्टन  ने व्यक्ति 7 अलग-अलग क्षमताओं को माना। 
  • किसी व्यक्ति में इनमें से कोई एक या एक से अधिक होता है।

बुद्धि की 7 प्राथमिक मानसिक योग्यताएं या क्षमतायें:-

  1. स्थानिक/ दैशिक क्षमता या कारक (Spatial Ability):- कल्पना करना।
  2. प्रत्यक्षीकरण योग्यता (Perceptual Ability):- तुरंत प्रतिक्रिया देना।
  3. आंकिक क्षमता (Numerical Ability):- अंकों का ज्ञान।
  4. शाब्दिक क्षमता (Verbal Comprehension):- शब्द सुनकर समझना, भाषा समझ।
  5. शब्द प्रवाह क्षमता (Ward Fluency):- बोलने की कला।
  6. स्मृती क्षमता (Memory Ability):- याद करना।
  7. तार्किक कारक (Reasoning Ability ):- तर्क करना।






इन्हें भी पढ़ें:-

  1. बुद्धि ( Intelligence) का अर्थ, परिभाषा, बुद्धि के प्रकार और बुद्धि के सिद्धांत
  2. ठोस तथा तरल बुद्धि सिद्धांत (Crystal and Fluid Intelligence)
  3. स्टर्नबर्ग का त्रि-बुद्धि/ त्रि-तंत्रिये सिद्धान्त (Triarchic Intelligence of Sternberg)
  4. गिलफोर्ड का त्रि-आयाम/ त्रि विमिये सिद्धान्त,  (3-D Structure of Intelligence of J. P. Guilford)
  5. हॉवर्ड गार्डनर का बहु-बुद्धि सिद्धान्त (Multiple Intelligence of Howard Gardner)
  6. अधिगम (Learning)
  7. वृद्धि एवं विकास
  8. संज्ञानात्मक विकास (Cognitive Development)

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